कस्टमर्स को गलत जानकारी देकर इंश्योरेंस और लोन नहीं बेच पाएंगे बैंक! RBI गवर्नर ने कहा- गंभीरता से लेंगे हर मामला
RBI MPC Meet: RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि कस्टमर्स को गलत जानकारी देकर बैंकों द्वारा अपने प्रोडक्ट्स को बेचने के मामलों को गंभीरता से लिया जाएगा.
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RBI MPC Meet: RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने करीब 5 साल के बाद ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है. इस कटौती के बाद RBI की Repo Rate रेट अब 6.25 फीसदी हो चुकी है. इसके अलावा सेंट्रल बैंक ने डिजिटल फ्रॉड पर लगाम लगाने के लिए सभी बैंकों के डोमेन को बदल कर bank.in करने का भी ऐलान किया है. इसके लिए रजिस्ट्रेशन अप्रैल से शुरू होगा. वहीं, बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में RBI गवर्नर ने कहा कि कस्टमर्स को गलत जानकारी देकर बैंकों द्वारा अपने प्रोडक्ट्स को बेचने के मामलों को गंभीरता से लिया जाएगा.
Zee Business के एक सवाल के जवाब में RBI गवर्नर मल्होत्रा ने कहा कि सेंट्रल बैंक इसे लेकर पूरा प्रयास करेगी कि कस्टमर्स को अधिक से अधिक सुविधाजनक तरीके से बैंक के सारे प्रोडक्ट्स का फायदा मिले. साइबर फ्रॉड और फर्जी कॉल्स को लेकर RBI लगातार कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि बैंकों द्वारा अपने उत्पाद गलत जानकारी देकर बेचने के मामलों को काफी गंभीरता से लिया जाएगा.
फुसला कर लोन नहीं प्रोडक्ट नहीं बेच पाएंगे बैंक
RBI के डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन ने कहा कि बैंकों द्वारा अपने प्रोडक्ट की गलत जानकारी देकर बेचने के मामलों को काफी गंभीरता से लिया जाएगा. समय-समय पर इसे लेकर एक्शन लिया जाता रहा है. उन्होंने कहा कि बैंकों द्वारा नियमों की अनदेखी करने पर सालाना आधार पर और समय-समय पर RBI द्वारा कार्रवाई की जाती है.
फर्जी कॉल्स पर कैसे लगेगी लगाम
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कस्टमर्स को अक्सर बैंक के नाम पर फर्जी फ्रॉड के कॉल्स आते हैं, जिसे लेकर स्वामीनाथन ने कहा कि कस्टमर्स की जागरूकता और बचाव के लिए RBI लगातार कैंपेन चलाती है. इसके साथ कस्टमर्स को अनऑथराइज्ट बैंकिंग एक्टिविटी से बचाने के लिए RBI लगातार कंप्लायंस लाती है. उन्होंने कहा कि सरकारी एजेंसियों और लोगों के सहयोग से ही इस पर लगाम लगाया जा सकता है.
रुपये को लेकर कही ये बात
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि विनिमय दर नीति पिछले कई वर्षों से एक समान रही है और सेंट्रल बैंक ने रुपये के लिए किसी 'विशिष्ट स्तर या दायरे' का लक्ष्य नहीं बनाया है. रुपये की विनिमय दर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.59 के सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गई है. रुपया बृहस्पतिवार को 16 पैसे टूटकर 87.59 प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ था.
मल्होत्रा ने कहा, "मैं यहां यह बताना चाहूंगा कि रिजर्व बैंक की विनिमय दर नीति पिछले कई वर्षों से एक समान रही है. हमारा उद्देश्य बाजार की कार्यकुशलता से समझौता किए बिना, व्यवस्था व स्थिरता बनाए रखना है."
विदेशी मुद्रा भंडार में आई गिरावट
उन्होंने कहा कि विदेशी मुद्रा बाजार में हमारा हस्तक्षेप किसी विशिष्ट विनिमय दर स्तर या दायरे को लक्षित करने के बजाय अत्यधिक तथा विघटनकारी अस्थिरता को कम करने पर केंद्रित है. भारतीय रुपये की विनिमय दर बाजार तत्वों द्वारा निर्धारित होती है. रुपये में इस साल अबतक करीब दो प्रतिशत की गिरावट आई है. छह नवंबर, 2024 को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद से डॉलर के मुकाबले रुपये में 3.2 प्रतिशत की गिरावट आई है जबकि इसी अवधि में डॉलर सूचकांक में 2.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले तीन महीनों में 45 अरब अमेरिकी डॉलर की गिरावट आई जिसका आंशिक कारण विदेशी मुद्रा बाजार में आरबीआई का हस्तक्षेप है. आठ नवंबर, 2024 तक विदेशी मुद्रा भंडार 675.65 अरब अमेरिकी डॉलर था. इस साल 31 जनवरी तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 630.6 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया, जो इससे पिछले सप्ताह 629.55 अरब अमेरिकी डॉलर था. यह 10 महीने से अधिक के आयात के लिए पर्याप्त है.
02:03 PM IST