Shark Tank India-4: गाय के गोबर से पेंट बना रहा ये Startup, अनुपम बोले-'उम्मीद करता हूं आप गोबर के गब्बर बनो'
पिछले कुछ सालों में गाय के गोबर का इस्तेमाल कर के चीजें बनाने वाले बहुत सारे स्टार्टअप शुरू हुए हैं. ऐसा ही एक स्टार्टअप (Startup) शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन (Shark Tank India Season 4) में पहुंचा, जिसका नाम है मिडास पेंट्स (Midas Paints), जो पुणे में है.
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पिछले कुछ सालों में गाय के गोबर का इस्तेमाल कर के चीजें बनाने वाले बहुत सारे स्टार्टअप शुरू हुए हैं. ऐसा ही एक स्टार्टअप (Startup) शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन (Shark Tank India Season 4) में पहुंचा, जिसका नाम है मिडास पेंट्स (Midas Paints), जो पुणे में है. यह स्टार्टअप गोबर के जरिए ईको फ्रेंडली पेंट बनाता है. इसकी शुरुआत चार दोस्तों मयूर चानगुड़े, मयूर राजपूत, सचिन और अक्षय ने साथ मिलकर की है.
फाउंडर्स कहते हैं कि पुराने जमाने में गाय के गोबर से घरों में लिपाई की जाती थी. गोबर ईको-फ्रेंडली तो है ही, साथ ही एंटी बेक्टीरियल और एंटी फंगल भी है. वहीं गाय के गोबर से बना पेंट सामान्य पेंट की तुलना में 20 फीसदी तक सस्ता भी होता है. कंपनी के पास अभी 15 हजार से भी अधिक कलर शेड के पेंट हैं. कंपनी पिछले 3 सालों में 3 लाख किलो से भी ज्यादा पेंट बेच चुकी है.
बचपन के दोस्त हैं चारों को-फाउंडर
कंपनी की शुरुआत करने वाले चारों फाउंडर बचपन के दोस्त हैं. वह आपस में जूनियर-सीनियर हैं. मयूर राजपूत ने पढ़ाई पूरी करने के बाद एक एमएनसी में काम किया और उसके बाद 2021 में इस स्टार्टअप को शुरू किया. वहीं मयूर चानगुड़े ने पढ़ाई के बाद खेती शुरू कर दी. सचिन और अक्षय भी इस स्टार्टअप के साथ-साथ एक दूसरा बिजनेस भी करते हैं. ये देखकर शार्क ने तो तंज कसते हुए कह भी दिया था कि आप सबके एक-एक बिजनेस हैं और उसके अलावा आप सब इस बिजनेस को भी कर रहे हैं, यानी आप चार लोग मिलकर 5 कंपनियां चला रहे हैं.
कोई नहीं लेता इस बिजनेस से सैलरी
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इस बिजनेस में मयूर राजपूत अभी सबसे ज्यादा काम करते हैं. हालांकि, कोई भी को-फाउंडर फुल टाइम सिर्फ इसी कंपनी के लिए काम नहीं कर रहा है. इसकी वजह फाउंडर्स ने यह बताई कि उन्हें घर चलाने का खर्च भी चाहिए, जबकि अभी वह इस बिजनेस से कोई सैलरी नहीं लेते हैं. बता दें कि इस बिजनेस में मयूर राजपूत के पास 55 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि बाकी तीनों को-फाउंडर्स के पास 15-15 फीसदी हिस्सेदारी है.
पेटेंट के लिए भी किया है अप्लाई
कंपनी ने गोबर से पेंट बनाने का पेटेंट भी अप्लाई किया हुआ है. फाउंडर्स के अनुसार पेंट इंडस्ट्री करीब 8 लाख करोड़ की है, जिसमें 6 लाख करोड़ रुपये के करीब डेकोरेटिव पेंट का मार्केट है. मौजूदा वक्त में कंपनी अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए फेसबुक-इंस्टाग्राम का इस्तेमाल कर रही है. गोबर से बने इस पेंट से गोबर की बहुत हल्की महक आती है.
इस साल 5 करोड़ कमाएगी कंपनी!
साल 2021 में जब कंपनी ने बिजनेस शुरू किया था, उस साल कंपनी की सेल लगभग 15 लाख रुपये रही थी. वहीं अगले साल 2022-23 में कंपनी की सेल करीब 45 लाख रुपये रही. उसके अगले साल सेल बढ़कर 75 लाख रुपये हो गई. वहीं इस साल यानी 2024-25 में अक्टूबर तक कंपनी 60 लाख रुपये कमा चुकी है और पूरे साल में 5 करोड़ की सेल्स का टारगेट है. अच्छी बात ये है कि अभी कंपनी में 25-30 फीसदी एबिटडा है, जो दिखाता है यह बूटस्ट्रैप्ड कंपनी प्रॉफिटेबल भी है.
'उम्मीद करता हूं आप गोबर के गब्बर बनो'
फाउंडर्स ने अपने स्टार्टअप की 5 फीसदी इक्विटी के लिए 3 करोड़ रुपये की फंडिंग मांगी. किसी भी शार्क को यह बात पसंद नहीं आई कि वह सभी लोग इस बिजनेस को पार्ट टाइम की तरह कर रहे हैं. यही वजह है कि किसी भी शार्क ने इस बिजनेस में पैसे नहीं डाले. फाउंडर्स भी यह ठीक से नहीं समझा पाए कि वह बिजनेस से कितनी कमाई कर रहे हैं. अनुपम ने तो डील से आउट होते हुए कहा- 'उम्मीद करता हूं आप गोबर के गब्बर बनो.'
03:43 PM IST