नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कैसे मची भगदड़? RPF की 'जांच रिपोर्ट' को रेलवे ने बताया भ्रामक
Stampede at New Delhi Railway Station: रेल मंत्रालय ने कहा कि RPF द्वारा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ को लेकर कोई जांच नहीं की गई है बल्कि उत्तरी रेलवे द्वारा गठित एक हाई लेवल समिति द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है.
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Stampede at New Delhi Railway Station: कुछ मीडिया रिपोर्ट में इस बात का दावा किया जा रहा है कि 15 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ को लेकर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने अपनी जांच रिपोर्ट में कहा कि ये भगदड़ ट्रेन का प्लेटफॉर्म आखिरी समय में बदलने के ऐलान के कारण हुई थी. हालांकि, अब रेलवे ने सामने आकर इस जांच रिपोर्ट को गलत और भ्रामक बता दिया है. रेल मंत्रालय ने कहा कि RPF द्वारा ऐसी कोई जांच नहीं की गई है बल्कि उत्तरी रेलवे द्वारा गठित एक हाई लेवल समिति द्वारा इसकी जांच की जा रही है.
RPF की रिपोर्ट को बताया भ्रामक
रेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कुछ मीडिया खबरों में दावा किया गया है कि RPF ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की जांच की है और कहा कि ट्रेन का प्लेटफॉर्म आखिरी समय में बदलने की उदघोषणा के कारण भगदड़ हुई. मंत्रालय ने कहा कि ये खबर 'गलत और भ्रामक' हैं. साथ ही उसने कहा कि जांच उत्तर रेलवे द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति द्वारा की जा रही है.
100 से ज्यादा लोगों के लिए गए बयान
मंत्रालय ने कहा कि समिति द्वारा 100 से अधिक लोगों से बयान लिये जा रहे हैं. सभी बयान दर्ज करने के बाद समिति घटनाओं की कड़ियों को जोड़ने सवाल-जवाब सहित गहन जांच करेगी. साथ ही कहा कि समिति द्वारा जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी. मीडिया संस्थानों से उच्च स्तरीय समिति की अंतिम रिपोर्ट का इंतजार करने का आग्रह करते हुए मंत्रालय ने कहा कि अगर कोई ऐसी जानकारी है जो उच्च स्तरीय समिति को उसकी जांच प्रक्रिया में मदद कर सकती है, तो कृपया इसे सीधे समिति के सदस्यों के साथ साझा करें.
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रेल मंत्री ने बताया- कैसे हुआ हादसा?
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के पीछे किसी साजिश की बात से इनकार किया और कहा कि घटना के समय स्टेशन के दो प्लेटफॉर्म पर बहुत असामान्य भीड़ नहीं थी. उन्होंने यहां रेल भवन में मीडियाकर्मियों से कहा, ‘‘इस समय तो कोई साजिश नजर नहीं आती.’’
वैष्णव ने यह भी कहा कि अब तक उपलब्ध सूचना से पता चलता है कि शनिवार को भगदड़ मचने के समय नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बहुत ज्यादा भीड़ नहीं थी. उन्होंने प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा को भगदड़ की वजह होने से इनकार करते हुए कहा, ‘‘जांच समिति इस पर गहराई से पड़ताल कर रही है.’’
प्लेटफॉर्म पर थी ज्यादा भीड़?
रेलवे अधिकारियों के अनुसार नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक समय में सभी 16 प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की कुल क्षमता 48,000 है और हर प्लेटफॉर्म पर अधिकतम 3000 लोग रह सकते हैं. रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि घटना वाले दिन 15 फरवरी को शाम छह बजे से आठ बजे के बीच करीब 12,208 अनारक्षित टिकट बेचे गए, जबकि अन्य दिनों में यह संख्या आमतौर पर 9,600 के आसपास होती है. रात आठ बजे से दस बजे के बीच जहां अन्य दिनों में 8,900 अनारक्षित टिकट बेचे जाते हैं, वहीं 15 फरवरी को 7,600 अनारक्षित टिकट बेचे गए.
रेलवे के अनाउंसमेंट से पैसेंजर्स हुए भ्रमित?
अधिकारी के अनुसार, प्लेटफार्म संख्या 12 से शाम 7:15 बजे एक प्रयागराज स्पेशल ट्रेन चलाई गई थी तथा टिकटों की बिक्री में वृद्धि को देखते हुए एक और स्पेशल चलाने की योजना बनाई गई, जो उसी प्लेटफार्म पर 8:50 बजे प्रतीक्षा कर रही थी. अधिकारी ने कहा कि रात करीब साढ़े आठ बजे प्लेटफार्म 12 पर प्रयागराज स्पेशल ट्रेन के लिए घोषणा की गई तो कुछ यात्री भ्रमित हो गए और उन्हें लगा कि यह घोषणा प्रयागराज एक्सप्रेस के लिए की गई है.
अधिकारी के अनुसार, वे प्रयागराज एक्सप्रेस में चढ़ने के लिए प्लेटफॉर्म 14 पर थे, लेकिन ऐसा लगता है कि उद्घोषणा से वे भ्रमित हो गए और उन्होंने प्लेटफॉर्म 12 की ओर जाना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि सीढ़ियों पर कई यात्री बैठे थे और उन पर चढ़ते समय एक व्यक्ति जिसके सिर पर भारी सामान था, वह असंतुलित हो गया और दूसरे यात्रियों पर गिर गया जिससे भगदड़ मच गई.
11:57 AM IST