भारत के कफ सिरप पर WHO का अलर्ट, भारतीय कंपनी ने कहा- 'हम साजिश के शिकार, भेजेंगे लीगल नोटिस'
क्या आप जानते हैं कि अमेरिका में इस समय खाई जा रही हर तीसरी दवा और यूके में खाई जा रही हर चौथी दवा मेड इन इंडिया है. फिर अचानक ऐसा क्या हुआ है कि भारत में बनी दवाओं पर अचानक इस साल में कई हमले हुए हैं. जानिए क्या है इसका कारण.
![भारत के कफ सिरप पर WHO का अलर्ट, भारतीय कंपनी ने कहा- 'हम साजिश के शिकार, भेजेंगे लीगल नोटिस'](http://cdn.zeebiz.com/hindi/sites/default/files/styles/zeebiz_850x478/public/2023/04/28/135367-cough-syrup.jpg)
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत में बने एक कफ सिरप पर अलर्ट जारी करते हुए उसे सब-स्टैंडर्ड बताया है लेकिन, इस बार पंजाब की कफ सिरप बनाने वाली कंपनी ने पलटवार किया है. कंपनी ने इसे भारत की छवि को बदनाम करने की साजिश बताया है. भारत की दवा कंपनियों के साथ धोखाधड़ी का आरोप भी लगाया है.इस कफ सिरप का नाम है GUAIFENESIN SYRUP TG SYRUP और इसे पंजाब की एक निर्माता कंपनी QP PHARMACHEM LTD बनाती है.
कंपनी ने किया ये दावा
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक आस्ट्रेलिया के मार्शल आइलैंड्स और माइक्रोनेशिया ने लैब जांच के आधार पर 6 अप्रैल को WHO को बताया कि ये कफ सिरप खराब क्वालिटी के हैं.हालांकि ये कफ सिरप बनाने वाली कंपनी का दावा है कि उनके प्रोडक्ट में कोई खराबी नहीं है. वो साजिश और धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं. कंपनी के मालिक सुधीर पाठक के मुताबिक उन्होंने इस कफ सिरप को कंबोडिया की एक कंपनी को 2020 में बेचा था.
कंबोडिया को भेजा है लीगल नोटिस
जी बिजनेस से बातचीत में कंपनी के QP PHARMACHEM LTD के मालिक सुधीर पाठक ने कहा कि ये प्रोडक्ट 2023 में मार्शल आइलैंड्स और माइक्रोनेशिया में कैसे पहुंच गए, इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. ये भारत की फार्मा इंडस्ट्री की छवि खराब करने की साजिश है. इस भारतीय दवा कंपनी ने कंबोडिया को लीगल नोटिस भेजने की तैयारी कर ली है. सवालों के घेरे में खड़ी कंपनी का दावा है कि इथलिन ग्लायकोल केमिकल के बिना कफ सिरप नहीं बनाए जाते. दिक्कत तब आती है जब कफ सिरप को सही तापमान पर ना रखा गया हो.
दवा में हैं ये कैमिकल
TRENDING NOW
![महीने भर में 15% टूटा इस कंपनी का शेयर, अब Q3 में 77% उछला नेट प्रॉफिट, कामकाजी मुनाफा दोगुना, शेयर पर रखें नजर महीने भर में 15% टूटा इस कंपनी का शेयर, अब Q3 में 77% उछला नेट प्रॉफिट, कामकाजी मुनाफा दोगुना, शेयर पर रखें नजर](https://cdn.zeebiz.com/hindi/sites/default/files/styles/zeebiz_700x394/public/2025/02/12/211557-share-market.jpg)
महीने भर में 15% टूटा इस कंपनी का शेयर, अब Q3 में 77% उछला नेट प्रॉफिट, कामकाजी मुनाफा दोगुना, शेयर पर रखें नजर
![Shark Tank India-4: बिहारी लिट्टी चोखा और चंपारण मटन लेकर आया फाउंडर, जज बोले- मजा आ गया, दी ₹80 लाख की फंडिंग Shark Tank India-4: बिहारी लिट्टी चोखा और चंपारण मटन लेकर आया फाउंडर, जज बोले- मजा आ गया, दी ₹80 लाख की फंडिंग](https://cdn.zeebiz.com/hindi/sites/default/files/styles/zeebiz_700x394/public/2025/02/12/211509-gaon.jpg)
Shark Tank India-4: बिहारी लिट्टी चोखा और चंपारण मटन लेकर आया फाउंडर, जज बोले- मजा आ गया, दी ₹80 लाख की फंडिंग
![Shark Tank India-4:इतिहास में पहली बार.. दोबारा आया कोई फाउंडर, ₹10 की पिच से जज हुए भावुक, हुई ऑल 5 शार्क डील Shark Tank India-4:इतिहास में पहली बार.. दोबारा आया कोई फाउंडर, ₹10 की पिच से जज हुए भावुक, हुई ऑल 5 शार्क डील](https://cdn.zeebiz.com/hindi/sites/default/files/styles/zeebiz_700x394/public/2025/02/12/211559-offmint.jpg)
Shark Tank India-4:इतिहास में पहली बार.. दोबारा आया कोई फाउंडर, ₹10 की पिच से जज हुए भावुक, हुई ऑल 5 शार्क डील
![CA होने के बावजूद राघव चड्ढा से हुई कैलकुलेशन में चूक, जानिए ₹12 लाख से ज्यादा कमाई पर कैसे लगेगा TAX? CA होने के बावजूद राघव चड्ढा से हुई कैलकुलेशन में चूक, जानिए ₹12 लाख से ज्यादा कमाई पर कैसे लगेगा TAX?](https://cdn.zeebiz.com/hindi/sites/default/files/styles/zeebiz_700x394/public/2025/02/13/211625-raghav-chadha1.jpg)
CA होने के बावजूद राघव चड्ढा से हुई कैलकुलेशन में चूक, जानिए ₹12 लाख से ज्यादा कमाई पर कैसे लगेगा TAX?
![8th Pay Commission: पेंशनर्स की आएगी असली मौज, एक झटके में ₹2 लाख से ऊपर हो जाएगी Pension, देखें कैलकुलेशन 8th Pay Commission: पेंशनर्स की आएगी असली मौज, एक झटके में ₹2 लाख से ऊपर हो जाएगी Pension, देखें कैलकुलेशन](https://cdn.zeebiz.com/hindi/sites/default/files/styles/zeebiz_700x394/public/2025/02/11/211309-8th-pay-commission-pension.png)
8th Pay Commission: पेंशनर्स की आएगी असली मौज, एक झटके में ₹2 लाख से ऊपर हो जाएगी Pension, देखें कैलकुलेशन
![New Income Tax Bill: छोटे कारोबारियों को बड़ी राहत, जानिए कितने करोड़ तक के टर्नओवर पर मिलेगी Tax ऑडिट में छूट! New Income Tax Bill: छोटे कारोबारियों को बड़ी राहत, जानिए कितने करोड़ तक के टर्नओवर पर मिलेगी Tax ऑडिट में छूट!](https://cdn.zeebiz.com/hindi/sites/default/files/styles/zeebiz_700x394/public/2025/02/12/211525-budget-startups.jpg)
New Income Tax Bill: छोटे कारोबारियों को बड़ी राहत, जानिए कितने करोड़ तक के टर्नओवर पर मिलेगी Tax ऑडिट में छूट!
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक इस कफ सिरप में Diethylene glycol और ethylene glycol केमिकल हैं जो इंसानों के लिए जानलेवा और जहरीले साबित हो सकते हैं. WHO ने बाकी देशों को भी सावधान क्या है कि अगर ये कफ सिरप उनके देश में है तो इसे इस्तेमाल न करें. साथ ही WHO ने चेतावनी दी है कि ऐसी लिक्विड दवाएं जिनमें propylene glycol, sorbitol, glycerin या glycerol हैं तो ये चेक कर लें कि कहीं उनमें ethylene glycol and diethylene glycol तो नहीं मिले हुए हैं.
क्या है इथलिन ग्लायकोल (Ethylene glycol)
इथलिन ग्लायकोल दरअसल एक केमिकल है – जो इंडस्ट्रियल और मेडिकल, दोनों इस्तेमाल में आता है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल यानी CDC की वेबसाइट के मुताबिक “Ethylene glycol (इथलिन ग्लायकोल) रंग और गंध रहित एक लिक्विड है जो मीठा होता है चीजों को जमने से रोकता है। हालांकि इसका ज्यादा इस्तेमाल किडनी और दिमाग पर बुरा असर डाल सकते हैं." भारत में इन कंपाउंड के इस्तेमाल की मंजूरी है.
इन दवाओं के लिए जारी किया था अलर्ट
विश्व स्वास्थ्य संगठन इससे पहले दिसंबर 2022 में भारत में बने AMBRONOL सिरप और DOK-1 मैक्स सिरप को लेकर अलर्ट जारी कर चुका है. ये दवाएं नोएडा की फार्मा कंपनी मेरियन बायोटेक बना रही थी. ये कंपनी फिलहाल बंद है. अक्टूबर 2022 में हरियाणा की कंपनी मेडन फार्मा के चार कफ सिरप को लेकर भी WHO ने अलर्ट जारी किया था. इस कंपनी को कई दौर की जांच से गुजरने और सस्पेंशन झेलने के बाद फिर से काम करने का लाइसेंस मिला है. कंपनी की सेल आधे से कम हो चुकी है.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
दवा उत्पादन में 14वें स्थान पर भारत
भारत दवा उत्पादन के हिसाब से तीसरे और वैल्यू के लिहाज से 14वें स्थान पर है. अमेरिका में इस खाई जा रही हर तीसरी और यूके में खाई जा रही हर चौथी दवा मेड इन इंडिया है. इसकी वजह ये है कि भारत में दवाएं बनाने की लागत कई देशों के मुकाबले कम आती है.भारत का दवा बाजार 4200 करोड़ रुपए का है जिसे अगले एक साल तक 6500 करोड़ पार किए जाने की योजना है. दुनिया के 206 देशों में भारतीय दवा निर्यात की जाती है. दुनियाभर में अलग-अलग बीमारियों के 50 फीसदी टीके भारत से निर्यात होते हैं.
10:09 PM IST