Home Loan Interest Rate SBI: होम लोन लेने वालों की हुई मौज, SBI ने घटा दिया ब्याज दर
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Sun, Feb 16, 2025 10:30 AM IST
Home Loan Interest Rate SBI: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने होम लोन की ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट (bps) की कटौती की है. बैंक ने बाहरी बेंचमार्क आधारित उधार दर (EBLR) और रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) में कमी की है, जिससे होम लोन और अन्य खुदरा लोन सस्ते हो जाएंगे. नई दरें 15 फरवरी 2025 से लागू हो चुकी हैं.
1/5
क्या होगा असर?

इस कटौती के बाद SBI का ईबीएलआर 8.90% और आरएलएलआर 8.50% हो गया है, जो पहले 8.75% था. हालांकि, बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट-बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) और बेस रेट एंड बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (BPLR) में कोई भी बदलाव नहीं किया है. चूंकि अधिकांश मौजूदा लोन इन ब्याज दरों से जुड़े होते हैं, इसलिए इन रेट्स में कटौती होने पर अधिक ग्राहकों को लाभ मिलता.
2/5
RBI के फैसले के बाद आया SBI का कदम

SBI की यह घोषणा भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 7 फरवरी 2025 को रेपो दर में 25 BPS की कटौती के फैसले के बाद आई है. RBI ने रेपो दर को 6.25% कर दिया है, जिसे ब्याज दरों में नरमी का संकेत माना जा रहा है. अब इसका असर बैंकों की उधारी दरों पर भी दिखने लगा है. EBLR और RLLR में कटौती का सीधा फायदा उन ग्राहकों को मिलेगा, जिनके लोन इन दरों से जुड़े हुए हैं. ब्याज दरों में कमी से EMI कम हो सकती है या लोन की अवधि कम हो सकती है, जिससे ग्राहकों को वित्तीय राहत मिलेगी.
TRENDING NOW
3/5
होम लोन ग्राहकों को सीधा फायदा

बता दें कि SBI ने 1 अक्टूबर 2019 को एक बदलाव किया था, जिसके तहत उसने अपने फ्लोटिंग रेट होम लोन को एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (EBLR) से जोड़ा था. अब इस दर में 0.25% की कटौती से नए और पुराने लोन लेने वाले ग्राहकों को राहत मिलेगी. RLLR में 0.25% की कमी से उन ग्राहकों को फायदा होगा, जिनके लोन सीधे RBI के रेपो रेट से जुड़े हुए हैं. इस कदम से पर्सनल लोन, ऑटो लोन और अन्य खुदरा लोन लेने वाले ग्राहकों पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा.
4/5
ब्याज दरों में कटौती का असर

दिसंबर 2024 तक SBI का होम लोन पोर्टफोलियो 14.26% की वार्षिक वृद्धि के साथ ₹7.92 ट्रिलियन तक पहुंच गया है. बैंक के कुल घरेलू लोन पोर्टफोलियो में होम लोन का योगदान 22.94% है. वहीं, अन्य खुदरा लोन 8.33% बढ़कर ₹5.30 ट्रिलियन हो गए हैं, जो कुल घरेलू ऋण का 15.33% हिस्सा बनाते हैं. हालांकि, ब्याज दरों में कटौती से बैंक की नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) पर दबाव पड़ सकता है. वित्तीय वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही (Q3FY25) में बैंक का NIM घटकर 3.01% रह गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 3.22% था.
5/5
क्या होगा आगे?
